शिवसेना की मुख्यमंत्री वाली इच्छा पूरी होती दिख रही, भविष्य निकट विचारधारा को लेकर राजनैतिक उठा पटक की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में अजीबो गरीबों वाकया घट रहा है। शिवसेना की इच्छा पूरी होती दिख रही है। शिवाजी पार्क को उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद के शपथ के लिए तैयार किया जा रहा है। शिवसेना अपने नेता को मिल रहे दायित्व से खूब प्रफुल्लित है। भाजपा शिवसेना ने मिलकर विधान सभा चुनाव  लड़ा। जनता ने जो जनादेश दिया दोनों को मिलकर सरकार बनाने की। मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलों में खींचतान शुरु हुई। भाजपा शिवसेना को मुख्यमंत्री की कुर्सी से दूर रखना चाहती थी। वह देवेन्द्र को ही दोबारा मुख्यमंत्री रुप में देखना चाह रही थी। भरसक प्रयास रहा और सफलता मिली शपथ हो गया। मुख्यमंत्री पद मिला फिर ऐसा राजनैतिक वाकया हुआ कि पद से इस्तीफा देना पड़ा। इधर शिवसेना की इच्छा पूरी होती दिख रही है। शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा ऐसी हर्षोल्लास मुबंई में दिख रहा है। शिवाजी पार्क और शिवसेना का रिश्ता पुराना है।  शिवसैनिको के लिए यह पार्क तीर्थ जैसा है। बात इतनी बिगड़ जायेगी ऐसा कम उम्मीद था। चुनाव के बाद सरकार बनाने का जद्दोजहद जो चला भाजपा को लग रहा था शिवसेना साथ में आ जायेगी ऐसा नहीं हुआ शिवसेना का तेवर चढ़ा तो चढता गया अन्तः दावेदारी पक्की हुई, दो दल और दो दिल सोनिया गाँधी और शरद पवार के रुप में जुड़े। पावर बढ़ा। हुकुमत चलाने का वक्त तो आया। बंदिशे भी कम नहीं। विचार धारा जिसकी हनक से सेना का जलवा बढ़ा वह अब ढीला पड़ सकता है। कई  विचार धारा को लेकर शिवसेना  को चलना पड़ सकता है ऐसे में राजनैतिक उठा पटक से इंकार नहीं किया जा सकता है। सोशल मीडिया में एक चित्र पर नजर पड़ी तो उसमें देखा संजय लोगों की महिमा का गुणगान नजर आया। जेडी सिंह संपादक सतगुरु दर्पण