विश्व स्वास्थ्य सेवा संगठन ने भारत की चिकित्सीय सेवा और प्रधानमंत्री की समझदारी को सराहा

तूफ़ान के हालात है ना किसी सफर में रहो...
पंछियों से है गुज़ारिश अपने शजर में रहो...


ईद के चाँद हो अपने ही घरवालो के लिए...
ये उनकी खुशकिस्मती है उनकी नज़र में रहो...


माना बंजारों की तरह घूमे हो डगर डगर...
वक़्त का तक़ाज़ा है अपने ही शहर में रहो...


तुम ने खाक़ छानी है हर गली चौबारे की...
थोड़े दिन की तो बात है अपने घर में रहो...


जिला पंचायत सदस्य अजय भारती बार्ड संख्या  60 रामनगर जौनपुर चन्द पंक्तियों के माध्यम से आपको फरमाया है कि थोड़े दिन की बात है अपने घर रहिये,बहुत घूम लिये गली चौबारे तूफान है अब तो घर रहिये। परिवार की नजर में रहो गांव रहों चाहे शहर रहो,थोड़े दिन की बात घर में रहिये। बात चीत के दौरान उन्होंने कहां कि  कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जो लाकडाउन का निर्णय है बेहद प्रशंसनीय है।21दिन का लाकडाउन कोरोना के जुड़ेने वाली कड़ी को तोड़ देगा। विश्व स्वास्थ्य सेवा संगठन ने भारत की चिकित्सा सेवा और मोदी जी के समझदारी को सराहा है। जनप्रतिनिधि है क्या जनसेवा है बार्ड के लोगों के लिये। जिस पर बोले कि सबसे पहले हाथ जोड़कर विनती है कि लाकडाउन तक लोग घर में रहें। महामारी से बचना है। दूसरे को बचाना है। कोरोना को हराना है।हिन्दुस्तान को बचाना। रही बात जनसेवा की तो हम सहयोग के लिए तत्पर रहेंग ।