कोरोना वायरस और राजनीति,यूपी, बिहार पर निशाना, मजदूरों के बेचारगी का मजाक कब तक

नई दिल्ली। कोरोना का प्रकोप चहुदिश व्याप्त है।समयानुसार बस इसी विषय की चर्चा आम जनमानस मे व्याप्त है।इलेक्ट्रॉनिक,प्रिन्ट और सोशल मीडिया में संक्रमित व मरने व ठीक होने वालों की संख्या ताजा अपटेड के साथ व बचाव के बारे में बताया जा रहा है। कोरोना का ही रोना में दुनिया की गतिविधि चल रही है।आज देखा जाय तो भारत की मीडिया की भूमिका जनहित का है। राष्ट्र हित का।  वैक्सीन न बन पाना भारत सहित विश्व के वैज्ञानिकों के लिये चुनौती है। हालांकि दावे है आस है आने वाले दिनों में बैक्सीन की खोज होगी और यह बीमारी जड़ से समाप्त होगी।लाकडाउन के प्रथम चरण में दिल्ली में जो कुछ देश ने देखा आज भी जो हो रहा है लोग देख रहे है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी राष्ट्र संबोधन में कोरोना महामारी से बचाव के लिये लाकडाउन की घोषणा करते है देश के अमूमन लोग लाकडाउन के नियमों का पालन करते है और घरों में रहते हैं इस बीच मामूली तत्व कुछ ऐसे भी लोग होते है जो मानवता के दुश्मन बनकर कोरोना का साथ देने पर अमादा हो जाते है दिल्ली के एक स्थान पर हजारों की भीड़ जमा हो जाती है  कहां जाता है प्रवासी मजदूर घर जाना चाहते है खाने के लिए कुछ नहीं है। कई दिन से भूखे है।प्रवासी मजदूर कहकर यूपी और बिहार के लोगों को  बदनाम किया जा रहा है। भारत देश के नागरिक अपने ही देश में प्रवासी हो गया। पहले प्रवासी पंछी विदेश से आया करती थी। अब शायद कम हो गयी है।लाकडाउन का दूसरा चरण शुरु हुआ तो  उल्लंघन के मामले में आखिर फिर मजदूर का  सहारा लिया जाने लगा। मुबंई के बादरा टर्मिनल पर अभी कुछ समय पहले लाकडाउन का उल्लंघन करते हुये  भारी संख्या में मजदूर सड़क पर आ गये। महाराष्ट्र सरकार सकते में आ गयी। सख्ती दिखाकर स्थित को काबू किया गया। आखिर ऐसी मानसिकता के पीछे कौन है जो कोरोना महामारी के प्रकोप से बचाने के बजाय उसका फैलाव चाहती है। राजनीति करने का समय नहीं है देश के लोगों को बचाना होगा। कोरोना से युद्ध जीतने के लिये सभी राजनैतिक दलों को एकमत,एकजुट होकर लड़ना होगा।सूरत में भी मजदूरों ने लाकडाउन का उल्लंघन किया। सड़कों पर उतर आये।वर्तमान समय में देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रीओ को संकट काल से अपने प्रदेश  व देश की जनता को बचाना होगा।मजदूरों की बेचारगी का मजाक कब तक। मजदूर न होते श्रम न होता तो कैसे आम लोगों का गुजर,वशर होता।अमीरों की नींव है मजदूर। मुबंई के शिवसेना नेता,नगर सेवक विक्रम प्रताप सिंह ने आज मिरा रोड़ भायन्दर के शिवार गार्डेन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहां कि विश्व कोरोना संकट के महामारी से जूझ रहा है अपना हिन्दुस्तान भी चपेट में है लेकिन हमारे देवदूत डाक्टर्स,नर्स,पुलिस सफाई कर्मी, कोरोना से युद्ध जाबाजी से लड़ रहे है।कहां कि यह हर किसी के जीवन के लिये संकट है।जिसका बचाव ही उपचार है। बादरा की घटना पर बोले कि कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता के लिये ऐसा हथकन्डा अपनाकर महाराष्ट्र सरकार की छबि धूमिल करना चाहते है।उन्होंने कहां उत्तर भारतीय समाज किसी के बहकावे में न आयें सरकार उनके साथ है। जेडी सिंह